Safed film review :दोस्तो आज हम बात करेंगे फिल्म सफेद के बारे में जो की ३० दिसंबर २०२३ को OTT के Zee5 प्लेटफार्म पर रिलीज़ की गई है ।
इस फिल्म को संदीप सिंह ने डायरेक्ट किया है जो की इससे पहले नरेंद्र मोदी जैसी फिल्में बना चुके है।किन्नर और विधवा इन्ही सब मुद्दों को उजागर करती है फिल्म सफ़ेद
![Safed film review सफ़ेद कपड़ो में लिपटी हुई समाज की हक़ीक़त बया करने वाली कहानी 2 Safeed film review](https://talecup.com/wp-content/uploads/2023/12/WhatsApp-Image-2023-12-31-at-06.18.49_31e7a9e5-1024x461.webp)
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दोस्तों सफ़ेद फिल्म में दिखाया गया है के हमारे समाज में किन्नरों और विधिवा महिलाओ को किस नज़रिये से देखा जाता है क्या क्या दुःख और तकलीफे झेलना होती है किन पीड़ाओं से हो कर गुजरना होता है किन्नर जो दूसरे को दुवाये और खुश रहने की मनोकामना करते है उनकी खुद की ज़िंदगी में कितने दुःख और तकलीफे होती है
![Safed film review सफ़ेद कपड़ो में लिपटी हुई समाज की हक़ीक़त बया करने वाली कहानी 3 Safeed film review](https://talecup.com/wp-content/uploads/2023/12/WhatsApp-Image-2023-12-31-at-06.18.49_7530fdce-1024x461.webp)
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वही हाल हमारे सामज की विधवा औरतो का भी है विधवा औरतो को भी समाज से अलग कर दिया जाता है उनको सफ़ेद कपडे पहनना होते है सादा खाना खाना होता है शादी पार्टियों में नहीं जाना होता है किसी अच्छे काम की शुरवात विधवा औरतो के हाथ से नहीं करवाई जाती है अनेक प्रकार की प्रॉब्लम को फेस करना पड़ता है कुछ इन्ही दुःख तकलीफो की कहानी है सफ़ेद।
![Safed film review सफ़ेद कपड़ो में लिपटी हुई समाज की हक़ीक़त बया करने वाली कहानी 4 Safeed film review](https://talecup.com/wp-content/uploads/2023/12/WhatsApp-Image-2023-12-31-at-06.18.50_897502ff-1024x461.webp)
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कास्ट- अभय वर्मा, मीरा चोपड़ा ।
कहानी- सफेद फिल्म किन्नरों पर आधारित एक ऐसे फिल्म है जिसमे उन लोगो के जीवन के बारे में बताने की कोशिश की गई है।
![Safed film review सफ़ेद कपड़ो में लिपटी हुई समाज की हक़ीक़त बया करने वाली कहानी 5 Safeed film review](https://talecup.com/wp-content/uploads/2023/12/WhatsApp-Image-2023-12-31-at-06.18.50_bb7dd7ad-1-1024x461.webp)
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और किस तरह से हमारा समाज उन्हें स्वीकार नही करता है , फिर भी वे समाज में खुशियां बाटने का काम करते हैं और बधाईयां बांटते हैं।इसी तरह से इस फिल्म की शुरुवात वाराणसी के घाट से होती है जहां काली (मिरा चोपड़ा) को दिखाया जाता है जो की विधवा हो चुकी होती हैं और उन्हें आश्रम भेज दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर चांदी (अभय वर्मा ) दुनिया के तानों से तंग आकर आत्महत्या करने के लिए आता है और वही पर दोनो की मुलाकात होती है और इसी तरह फिल्म आगे बढ़ती है । फिल्म में ज्यादा तड़का डालने की कोशिश नही की गई कहानी को सिंपल तरीके से और अच्छे से दिखाया गया है।
कथानक-
इस फिल्म का स्क्रीनप्ले न बहुत ज्यादा ढीला है और ना ही बहुत तगड़ा है । मेरे हिसाब से यह ठिक ठाक है,
जो की हमे उस तरह से सिचुएशन को फील नही करवा पाता, जिससे की आप रो पड़े पर फिल्म बहुत छोटी है मात्र ९० मिनट जिससे की आप बोर भी नही होते है।
![Safed film review सफ़ेद कपड़ो में लिपटी हुई समाज की हक़ीक़त बया करने वाली कहानी 6 Safeed film review](https://talecup.com/wp-content/uploads/2023/12/WhatsApp-Image-2023-12-31-at-06.18.50_e1fa720e-1024x461.webp)
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अभिनय-
इस फिल्म के कलाकारों के अभिनय की बात करें तो सबने अपने रोल को ठीक ठाक तरीके से निभाया है,फिल्म में जमील खान भी हैं जिनको आपने इससे पहले सोनी लीव की वेब सीरीज गुल्लक में जरूर देखा होगा जो की संतोष मिश्रा के कैरेक्टर में दिखाई देते हैं। इन्होंने भी अपने रोल को बहुत अच्छे से निभाया है हालाकि इस फिल्म में ज्यादा कुछ करने को था नही पर फिर भी उन्होंने अपने रोल को अच्छे से निभाया है।
![Safed film review सफ़ेद कपड़ो में लिपटी हुई समाज की हक़ीक़त बया करने वाली कहानी 7 Safeed film review](https://talecup.com/wp-content/uploads/2023/12/WhatsApp-Image-2023-12-31-at-06.18.51_678e0f08-1024x461.webp)
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हम Telcup.com इस फिल्म को देते हैं ३ स्टार।
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