Sanjay Dutt:बॉलीवुड के जाने माने कलाकार संजय दत्त ने प्राण प्रतिष्ठा पर अपने विचार रखे हैं उन्होंने बताया के इस समारोह मे शामिल होना उनके लिए किसी सौभाग्य से कम नही है रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का साक्ष्य बनना उनके लिए एक बहुत ही बड़ी बात हैं लोगों के बीच खुद को भगवान राम के आशीर्वाद से धनी महसूस कर रहे हैं sanjay दत्त।
Table of Contents Sanjay Dutt
22 जनवरी 2024 भारतीय इतिहास मे एक बहुत ही बड़ा दिन होने वाला हैं जिसे सुनहरे अक्षरों मे लिखा जायेगा आपको बता दें कि राम लला के जन्म स्थल पर जो सदियों से एक छत के लिए इंतजार मे थे आखिर राम लला के लिए वो दिन आही गया हैं जब उनके ऊपर भी छत का साया होगा और एक भव्य मंदिर मे उनके बाल रूप कि मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा बहुत धूम धाम से ढ़ोल और नगाणो के साथ कि जाएगी और इस समारोह का हिस्सा बनने के लिए लगभग 7 000 लोग शिरकत देने आने वाले हैं जिसमें फ़िल्म इंडस्ट्री के सभी सितारे कुछ को छोड़ कर शामिल होंगे।
__Sanjay Dutt
1- Shahrukh, Salman और Amir को छोड़ कर सभी सितारे बढ़ायेंगे राम मंदिर के समारोह कि शान –
राम मंदिर जो कि भारतीयों का वर्षो से सपना था अब जाकर पूरा होने वाला है जिसके लिए सभी लोगों के दिलों मे एक अलग ही तरह कि ख़ुशी है लेकिन इसके साथ कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन लोगों को राममंदिर का निर्माण और उसके प्राण प्रतिष्ठा से कहीं न कहीं थोड़ी सी परेशानी तो ज़रूर है भले ही प्रत्यक्ष रूप से नही तो अप्रत्यक्ष रूप से।
आपको बता दें कि जब 2019 मे राम मंदिर विवाद पर अंतिम फैसला मंदिर के पक्ष मे आया था तब से लेकर अभी तक फ़िल्म इंडस्ट्री के तीनो लहान ने कोई भी प्रतिक्रिया नही दी और शायद यही कारण हैं कि इस समारोह मे शामिल होने के लिए इन तीनो खान को न्योता नही दिया गया।
2- Ram Mandir का निर्माण मजबूती कि दृष्टि से बिना लोहे के नागर शैली मे क्रय गया है –
भगवान राम मंदिर के निर्माण मे जो कि कई सौ साल से विवाद मे था अब बन कर तयार हो गया हैं और इस निर्माण कार्यक्रम को बिना एक भी ग्राम लोहे के प्रयोग से बनाया गया हैं और इसके पीछे का कारण ये हैं कि इस मंदिर कि मज़बूती को बढ़ाना सालों के बाद आखिर बन कर तयार होने वाला मंदिर नागर शैली मे बनाया जा रहा हैं ताकि इसकी मज़बूती हज़ारों साल तक बरकरार रहे
__Sanjay Dutt
और राम लला के प्राण प्रतिष्ठा वाले मंदिर के दर्शन लोगों को सालों तक होते रहे। अगर इस मंदिर मे लोहे का प्रयोग किया जाता तो लोहे मे जंग लगने कि वजह से इसकी मजबूती मे कमी आजाती और जल्दी जल्दी मंदिर कि रिपेयर का काम करवाना पड़ता लेकिन मंदिर के ट्रस्टी ने ये फैसला मंदिर को टिकाऊ बनाने के लिए लिया और इसके निर्माण के लिए नागर शैली को चुना ताकि ये मंदिर हज़ारो साल ऐसे ही खड़ा रहे।
read more
The Archies star Vedang Raina ने प्रियंका चोपड़ा और कटरीना कैफ को बताया अपना पहला क्रश